उत्तराखंड

सीएम धामी बोले: शारदा घाट बनाया जा रहा भव्य, आपदा प्रभावितों को मिलेगा मुआवजा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शारदा घाट में नदी का जलस्तर और आपदा का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि शारदा घाट को ऊंचा कर भव्य बनाया जाएगा। साथ ही किरौड़ा नाले की बाढ़ रोकने के लिए अधिकारियों को नाले को स्थायी रूप से से चैनलाइज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आपदा प्रभावितों से कहा कि उनको मुआवजा दिया जाएगा। मंगलवार को सीएम धामी ने सबसे पहले शारदा घाट में शारदा नदी से आपदा का जायजा लिया और कुमायूं आयुक्त दीपक रावत, डीएम नवनीत पांडेय से जानकारी ली। डीएम ने बताया कि घाट के पास स्पर बनने से चार लाख क्यूसेक पानी आने पर भी बचाव हुआ है। कहा कि 37 करोड़ से प्रस्तावित नए घाट के निर्माण के बाद ऊंचाई और बढ़ने से सुरक्षा बेहतर होगी। साथ ही प्रस्तावित घाट का मानचित्र भी दिखाया।

सीएम ने अधिकारियों को किरौड़ा नाले को चैनलाइज कर स्थायी बचाव के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि नालों के किनारे निर्माण से उनको चैनलाइज कराना चुनौती बन रहा है। इस बीच शारदा घाट निवासी मीरा देवी ने कहा कि शारदा नदी में स्पर आदि बनने से उनका बचाव हुआ है। इस बीच नायकगोठ, बोरागोठ, घसियारा मंडी में किरौड़ा नाले की आपदा से प्रभावित लोगों ने सीएम से किरौड़ा के कहर से बचाव की मांग उठाई और मुआवजे के लिए पत्र सौंपा। धामी ने कहा कि वह उनकी समस्याएं सुनने उनके पास आए हैं। आपदा के प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा।

इस दौरान पूर्व पालिकाध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह रावत, विपिन वर्मा, दीप पाठक, भाजपा मंडल अध्यक्ष तुलसी कुंवर, शिवराज सिंह कठायत, शशांक अग्रवाल, हरीश भट्ट, अमजद हुसैन, गिरीश गहतोड़ी, निगम गुप्ता, कपिल उप्रेती, एसडीएम आकाश जोशी, ईओ भूपेंद्र प्रकाश जोशी आदि मौजूद रहे।

वहीं, टनकपुर में शारदा घाट में स्थानीय लोगों ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को बताया कि सिंचाई विभाग के कार्यों से क्षेत्र में नुकसान कम हुआ है। सीएम ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावितों को तत्काल राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

सीएम ने कहा कि इस संकट की घड़ी में सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है और नुकसान की भरपाई करेगी। सरकारी परिसंपत्तियां का सर्वे कर रिपोर्ट शासन को भेजें। सड़क अवरूद्ध होने की सूचना पर तत्काल मार्ग खुलवाने का कार्य करें, ताकि किसी भी यात्री को परेशानी न हो।

पानी की निकासी की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कहा कि ड्रेनेज की समस्या के स्थायी समाधान के लिए धनराशि अवमुक्त कर दी जाएगी। सीएम ने सिचाई विभाग को किरोड़ा नाला के डाइवर्जन के लिए बृहद कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए है। सड़कों पर आया मलबा, बोल्डर आदि हटाने के निर्देश दिए। किरोड़ा पुल से बाटनागाढ़ तक तत्काल मलबा हटाने और मां पूर्णागिरि मंदिर आने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रास्ता खोलने को कहा। उन्होंने जल संस्थान और ऊर्जा निगम को 24 घंटे बिजली-पानी सुचारु रखने के निर्देश दिए हैं।

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