उत्तर प्रदेश: सामरिक क्षेत्र में भारत को और ताकतवर बनाने की दिशा में लखनऊ भी बड़ा योगदान देने जा रहा है । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज रविवार को कानपुर रोड पर ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का शिलान्यास किया। इसके साथ ही डीआरडीओ लैब का भी शिलान्यास रक्षा मंत्री द्वारा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनें और इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रौद्योगिकी और परीक्षण केंद्र और ब्रह्मोस निर्माण केंद्र के शिलान्यास कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजनाथ सिंह जी का मैं स्वागत करता हूं। मैं आभार व्यक्त करता हू की रक्षा मंत्रालय ने प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा की।
भारत अपनी तीनों सेनाओं को आधुनिकीकरण करने में जुटा हुआ है। इसी के तहत रूस के साथ समझौता कर भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण किया और उसे अपनी तीनों सेनाओं में शामिल किया। आज भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में है, जिनके पास हवा, जमीन और जल से मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता है। ब्रह्मोस मिसाइल को तीनों ही जगहों से छोड़ा जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया मंत्र को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने डिफेंस कॉरिडोर का जो सपना देखा अब वह पूरा होता दिख रहा है। ब्रह्मोस यूनिट के लिए सरकार ने मात्र एक रुपये की लीज पर 80 हेक्टेयर से अधिक जमीन उपलब्ध कराई है।
इसके अलावा अमौसी एयरपोर्ट के ठीक बगल में डीआरडीओ लैब खुलेगी, जहां पर रक्षा अनुसंधान और विकास के कार्य को सकेंगे। डीआरडीओ इन दोनों प्रोजेक्ट में 10000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने जा रहा है। जाहिर है इससे भारत की सैन्य क्षमताओं में इजाफा होगा ही उद्यमियों को भी नए अवसर मिलेंगे। यूनिट की स्थापना और उत्पादन शुरू होने के बाद से तमाम लघु सूक्ष्म और बड़े उद्योगों को भी काम मिलेगा। लाखों रोजगार के अवसर निकलेंगे। ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में कहा जाता है कि यह दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल है, जिसे कहीं से भी छोड़ा जा सकता है।
लखनऊ में डिफेंस एक्सपो कार्यक्रम हुआ, यूपी में डिफेंस कॉरिडोर की कार्रवाई रक्षा मंत्री की पहल से आगे बढ़ी है। साथ ही लखनऊ में यह कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण है। इसके बाद आज यह ब्रम्होस निमार्ण केंद्र का उद्धाटन बड़ी बात है। हम देश की 135 करोड़ की जनसंख्या की सुरक्षा पर आंच नहीं आने देंगे। हर व्यक्ति जानता है कि ये नया भारत है। नया भारत छेड़ता नहीं है, जब कोई छेड़ता है तो छोड़ता भी नहीं है। आज के शिलान्यास कार्यक्रम में अलीगढ़ में 12 हजार करोड़ की लागत से पीएम ने तमाम छोटी बड़ी डिफेंस कार्यक्रम की शुरुआत की है। साथ ही सीएम योगी ने कहा कि यूपी में डिफेंस कॉरिडोर का बेहतर भविष्य है।
यहां रोजगार का बेहतर भाविष्य है। कोरोना काल में 40 लाख ग्रमीणों को प्रदेश के भीतर ही रोजगार दिया गया। लखनऊ वासियों को इस नई यूनिट स्थापना के लिए बधाई देता हूं। इसके बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि सच में मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि डिफेंस कॉरिडोर के तहत राजधानी में रक्षा प्रौद्योगिकी और परीक्षण केंद्र और ब्रह्मोस विनिर्माण केंद्र बनने जा रहा है। अब यूपी के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा। मैं मुख्यमंन्त्री योगी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने चर्चा करते ही डेढ़ माह के अंदर आपने 200 एकड़ की भूमि उपलब्ध कराई। बहनों भाइयों ये मिसाइल हम किसी दुनिया पर हमले के लिए नहीं बना रहे हैं।
अगर आप इतिहास उठाकर देखेंगे तो भारत ने किसी की जमीन नहीं कब्जाई है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक से बताया कि हम सीमा के उस पार भी जवाब दे सकते हैं। सीएम योगी बधाई के पात्र हैं। यहां चार-चार एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हुए हैं। इसके अलावा रक्षामंत्री ने कहा कि मैं राजीव गांधी जी पर सवाल नहीं उठाना चाहता हूं। क्योंकि प्रधानमंत्री, प्रधानमत्री होता है। वह किसी भी पार्टी का हो। लेकिन उन्होंने ये दुख बताया था कि मैं केंद्र से लोगों के लिए 100 रुपये भेजता हूं। उसमें जनता के बीच नीचे तक 16 रुपये ही पहुंचता है। इस बात के लिए अब पीएम मोदी को बधाई दी जानी चाहिए, कि मोदी ने यह सफल कर दिखाया है कि आज लोगों के खाते में 100 प्रतिशत सीधे लाभ पहुंच रहा है।