राज्यपाल ने कहा
- चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सामाजिक सांस्कृतिक व्यवस्था की पहचान।
- सभी विभागों को अपने प्रयासों को इंटेग्रेट करके काम करना होगा।
- श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का ध्यान रखें।
- चारधाम यात्रा में टेक्नॉलजी का प्रयोग करें, वैल्यू अडिशन करें।
- स्थानीय नागरिक चारधाम यात्रा का अभिन्न अंग हैं, उनकी भागीदारी के बिना ये यात्रा सम्भव नहीं , होटल वाले, गाड़ी वाले, दुकान वाले सभी इस यात्रा के महत्वपूर्ण भागीदार हैं, सबकी सुविधाओं का ध्यान रखें।
- Tourism शब्द में OUR यानी हमारा शब्द छिपा है , इसी पर ध्यान दें, ये ९-५ की ड्यूटी नहीं है , पूर्ण समर्पण चाहिए।
- आपदाओं को रोकने के लिए तैयार रहें