पंजाब के चंडीगढ़ की रहने वाली हरनाज संधू मॉडलिंग में अपना करियर बना रही हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के शिवालिक पब्लिक स्कूल से अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की है। साथ ही चंडीगढ़ से ही ग्रेजुएशन कर मास्टर्स की भी डिग्री लेने वाली हैं। महज 21 साल की उम्र में हरनाज ने मॉडलिंग के कई कॉम्पिटिशन में पार्टिसिपेट किया और जीत हासिल की। इन सबके बावजूद भी उन्होंने पढ़ाई से दूरी नहीं बनाई।
मिस यूनिवर्स बनने से पहले हरनाज संधू कई और खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं। हरनाज ने साल 2017 में टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़, साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार, साल 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब, वहीं साल 2021 में मिस यूनिवर्स इंडिया का टाइटल जीत अपने परिवार और देश का सम्मान बढ़ाया है।
बतौर मॉडल अपने करियर की शुरुआत करने वाली हरनाज कौर संधू पढ़ाई और पेजेंट की तैयारी के साथ ही कई फिल्मों में भी देखी जा चुकी हैं। मिस यूनिवर्स ने दो पंजाबी फिल्मों ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ जैसी फिल्मों में भी काम किया है।
हरनाज़ से अंतिम राउंड में क्या पूछा गया
टॉप थ्री यानी अंतिम राउंड के दौरान सभी प्रतिभागियों से पूछा गया था कि, “आज के समय में दबाव का सामना कर रही उन युवा महिलाओं को वो क्या सलाह देना चाहेंगी जिससे वो उसका सामना कर सकें?”
इस सवाल पर हरनाज़ संधू ने कहा, “आज के युवा पर सबसे बड़ा दबाव उनका ख़ुद पर भरोसा करना है। यह जानना कि आप अनोखे हो यह आपको ख़ूबसूरत बनाता है। अपने आप की दूसरों से तुलना करना बंद करिए और पूरी दुनिया में जो हो रहा है उस पर बात करना बेहद ज़रूरी है। बाहर निकलिए, ख़ुद के लिए बोलिए क्योंकि आप ही अपने जीवन के नेता हैं. आप ख़ुद की आवाज़ हैं। मैं ख़ुद में विश्वास करती हूं और इसीलिए मैं आज यहां पर खड़ी हूं।”
इस सवाल के जवाब ने हरनाज़ को टॉप थ्री में शीर्ष पर बना दिया और वो विजयी घोषित की गईं।
इससे पहले टॉप-5 के राउंड में उनसे जलवायु परिवर्तन से जुड़ा सवाल पूछा गया था।
उनसे पूछा गया था कि, “अधिकतर लोग सोचते हैं कि जलवायु परिवर्तन एक छलावा है, आप उन्हें समझाने के लिए क्या करेंगी?”
हरनाज़ संधू ने इस पर जवाब दिया, “मेरा दिल टूट जाता है जब मैं प्रकृति को देखती हूं कि वो कितनी दिक़्क़तों से गुज़र रही है और यह सब हमारे ग़ैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार के कारण है। मैं पूरी तरह मानती हूं कि यह समय कम बात करने का और अधिक काम करने का है क्योंकि हमारा हर एक काम प्रकृति को या तो बचा सकता है या नष्ट कर सकता है। रोकथाम और सुरक्षा करना, पछताने और मरम्मत करने से बेहतर है और दोस्तों मैं आज इसी के लिए आपको राज़ी करने की कोशिश कर रही हूं।”