Wednesday, October 4, 2023
Home अंतर्राष्ट्रीय इंडोनेशिया देश ने रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लौटाया

इंडोनेशिया देश ने रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लौटाया

जकार्ता- इंडोनेशिया के आचे प्रांत के तट पर दर्जनों रोहिंग्या शरणार्थियों की नाव के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उन्हें मलेशियाई जलक्षेत्र में भेजा जा रहा है। लकड़ी के जहाज पर सवार कम से कम 100 महिलाओं और बच्चों को इंडोनेशिया में शरण देने से मना कर दिया गया था और उन्हें पड़ोसी दक्षिण पूर्व एशियाई देश में जाने के लिए मजबूर किया।
गैर-सरकारी संगठनों और शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के आह्वान के बावजूद इंडोनेशियाई अधिकारियों ने रोहिंग्या शरणार्थियों को देश में एंट्री देने के मना कर दिया। हालांकि मदद के नाम उनकी क्षतिग्रस्त नाव को ठीक करने के लिए तकनीशियन ग्रुप को भेजने की बात कह रहे हैं।
आचेह पुलिस के प्रवक्ता विनार्डी ने एएफपी को बताया, हमें उम्मीद है कि रोहिंग्याओं को दी जाने वाली मदद उन्हें मलेशिया की यात्रा जारी रखने में मदद कर सकती है। जब तक वे अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच जाते, हम उन पर नजर रखेंगे।

एक स्थानीय नौसेना कमांडर के अनुसार, लकड़ी की नाव को पहली बार दो दिन पहले देखा गया था, जो इंडोनेशियाई तट से लगभग 70 समुद्री मील दूर फंसी हुई थी। इंडोनेशियाई अधिकारियों ने रोहिंग्या शरणार्थियों को मलेशिया या थाईलैंड जाने का रास्ता नहीं दिया, बल्कि समुद्र के रास्ते आने पर उनके आने पर पाबंदी लगा दी। लेकिन एमनेस्टी इंटरनेशनल और यूएनएचसीआर ने सरकार से रोहिंग्या शरणार्थियों के फंसे हुए लोगों को उतरने देने की मांग की है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडोनेशिया के कार्यकारी निदेशक उस्मान हामिद ने एक बयान में कहा, यह लोगों के जीवन और मृत्यु से जुड़ा मामला है। उन लोगों में महिलाएं और बच्चे हैं, हमें उनके स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। यूएनएचसीआर ने जकार्ता से नाव के यात्रियों को उतरने देने का भी आह्वान किया। स्थानीय मछुआरा समुदाय के नेता बदरुद्दीन यूनुस ने एएफपी को बताया कि नाव में 120 लोग सवार थे, जिनमें 51 बच्चे और 60 महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नाव का इंजन टूट गया था और भाषा की बाधा के कारण शरणार्थी स्थानीय मछुआरों के साथ संवाद नहीं कर सके।
गौरतलब है कि पिछले साल बौद्ध बहुल म्यांमार में उत्पीडऩ से भागे सैकड़ों रोहिंग्या इंडोनेशिया पहुंचे थे। 1 लाख से अधिक रोहिंग्या की पर्याप्त आबादी के कारण कई लोग मलेशिया भाग गए हैं।

RELATED ARTICLES

बिहार में जाति जनगणना को लेकर दायर याचिका की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में छह अक्तूबर को

बिहार मंत्रिमंडल ने पिछले साल दो जून को जाति आधारित गणना कराने की मंजूरी देने के साथ इसके लिए 500 करोड़ रुपये की राशि...

जानिए.. 14 अक्टूबर को अमेरिका में किसकी मूर्ति का होने जा रहा है अनावरण …

विदेशी सरजमीं पर डॉ. भीम राव अंबेडकर की सबसे बड़ी प्रतिमा ! अमेरिका में 14 अक्टूबर को होगा मूर्ति का अनावरण होगा. भारतीय सविंधान के...

चीन ने ताइवान की पहली स्वदेशी सबमरीन का मजाक उड़ाते हुए कहा, “यह झाड़ू से लहर रोकने की कोशिश”

चीन ने ताइवान की पहली स्वदेशी सबमरीन का यह कहकर मजाक उड़ाया है कि यह झाड़ू से लहर रोकने की कोशिश है। बता दें...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Trending NEWS

देहरादून में आयोजित होगा 6वां वैश्विक आपदा प्रबंधन सम्मलेन- सीएम पुष्कर सिंह धामी

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा 6वें वैश्विक आपदा प्रबंधन सम्मलेन देहरादून में आयोजित होगा, इस सम्मेलन के माध्यम...

कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने राज्य योजना के अंतर्गत हरिद्वार रोड पर नाली एवं फुटपाथ निर्माण कार्य का स्थलीय किया निरीक्षण

देहरादून: कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने राज्य योजना के अंतर्गत हरिद्वार रोड पर आराघर से रिस्पना पुल तक मार्ग में ऐज से ऐज...

आंखों की रोशनी जा सकती है ज्यादा मोबाइल के इस्तेमाल से

क्या आप भी मोबाइल फोन से दिनभर चिपके रहते हैं? अगर हां, तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है, ये आपके आंखों की...

क्रिकेटर ऋषभ पंत ने किए बदरीनाथ धाम के दर्शन

पहले ऋषभ पंत बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए गए। वहां तीर्थ पुरोहितों ने उनका स्वागत किया और पूजा अर्चना कराई। इसके बाद अब...

साउथ अभिनेता प्रभास ने सीधे शाहरुख खान से टकराने का किया फैसला, हिला बॉलीवुड

Salaar Vs Dunki: एक ही साल में हजार, हजार करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वाली दो वर्ल्डवाइड हिट फिल्में देने वाले ‘बॉक्स ऑफिस के...