बद्रीनाथ से कन्याकुमारी की साइकिल यात्रा पर निकले साहसी युवा सोमेश, पूर्व शिक्षा मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक से भेंट कर उनका धन्यवाद किया

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चमोली: सोमेश भंडारी इस बार बदरीनाथ से कन्याकुमार की साइकिल यात्रा पर निकल पड़ा है। शुक्रवार को बदरीनाथ मंदिर परिसर में बदरीनाथ के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी और धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने हरी झंडी दिखाकर सोमेश को रवाना किया। सोमेश तीन माह की इस साइकिल यात्रा में बदरीनाथ से मथुरा, वृंदावन, गुजरात, जगन्नाथ पुरी, रामेश्वरम और उसके बाद कन्याकुमारी पहुंचेगा। सोमेश सतोपंथ सरोवर के जल को कन्याकुमारी में समुद्र में प्रभावित करेगा। सोमेश ने बताया कि साइकिल यात्रा का उद्देश्य जन-जन तक स्वच्छ हिमालय का संदेश पहुंचाना है। बदरीनाथ के स्थानीय लोगों ने भी सोमेश का हौसला आफजाई किया। जय बदरीनाथ। जय बदरी विशाल, जय कुबेर भंडारी के जयघोष के साथ बदरीनाथ के बामणी गांव का सोमेश भंडारी इस बार बदरीनाथ से कन्याकुमार की साइकिल यात्रा पर निकल पड़ा है।

बद्रीनाथ (सतोपंथ) से कन्याकुमारी की साइकिल यात्रा पर निकले साहसी युवा द्वारा पूर्व शिक्षा मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक (भारत सरकार ) से भेंट कर उनका धन्यवाद किया। स्पर्श हिमालय अभियान के ब्रांड एंबेसडर घोषित किए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने डा.रमेश पोखरियाल निशंक का आभार व्यक्त किया और “विश्व की प्रेरणा -हिमालय” की टैग लाइन को अपनी इस साहसिक यात्रा का मूल आधार बताया।

युवा सोमेश द्वारा अपने इस अभियान में एक भारत श्रेष्ठ भारत, स्वच्छ भारत,स्वस्थ भारत, उन्नत भारत अभियानों में युवाओं को जोड़ने हेतु आवाहन किया जा रहा है। स्पर्श हिमालय अभियान के अंतर्गत गंगा तथा हिमालय के संरक्षण के लिए युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के निर्वहन को भी सोमेश ने अभियान से जोड़ा है। पूर्व शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमेश की इच्छा शक्ति की प्रशंसा करते हुए उन्हें शुभकामनाएं प्रदान की।

उन्होंने सोमेश को हिमालय के महत्व को युवाओं के मध्य रखने की आवश्यकता पर बल दिया। स्पर्श हिमालय अभियान विश्व के लिए प्रेरक है जिसमे समाहित है हिमालय में ज्ञान, विज्ञान, वेद, आयुर्वेद, सुख, शांति, सौंदर्य, योग, गंगा, संजीवनी, समृद्धि, संस्कृति, रहस्य, रोमांच, आस्था और आध्यात्म युवा देश में युवा शक्ति ही विभिन्न उदेश्यों और अभियानों को सफल तथा देश और दुनिया में पहुंचा सकती है सोमेश को इस संदेश को भी युवाओं तक देना है।

डा निशंक ने अपने आवास पर इस युवा साइकिलिस्ट का स्वागत किया तथा स्पर्श अभियान की संयोजिका आरुषि निशंक ने सोमेश के दूसरे चरण की यात्रा को फ्लैग ऑफ कर उन्हे शुभ कामनाएं प्रदान की। आरुषि ने कहा कि सोमेश हिमालय के सतोपंथ से ले कर जिस जल को देश भर में संकल्प के रूप में ले जा रहे है वो एक भागीरथ प्रयास है। ये देश भर के लिए गंगा स्वच्छता का संदेश भी प्रदान कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि विगत एक अक्टूबर को बद्रीनाथ धाम से सोमेश की इस साहसिक यात्रा के प्रथम चरण का शुभारभ किया गया है।