दिल्ली में बढ़ रहा डेंगू का खतरा, कब यह होता है ज्यादा खतरनाक, जानें कैसे करें बचाव,

0

दिल्ली: एक तरफ कोरोना महामारी ने देश में तबाही नचाई, वहीं अब डेंगू और वायरल फीवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राजधानी दिल्ली में अब डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं। यहां हर सप्ताह डेंगू के मामलों में वृद्धि हो रही है। बीते तीन सप्ताह में हर दिन डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं. बता दें कि सभी डेंगू मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है। यह स्थिति केवल दिल्ली में नहीं बल्कि पूरे देश में है। हर राज्य में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू संक्रमण DEN-1, DEN-2, DEN-3 और DEN-4 वायरस से फैलता है। इन चारों वायरस को सीरोटाइप कहते हैं। ये वायरल अलग अलग प्रकार से ह्यूमन बॉडी को प्रभावित करते हैं. बता दें कि अलग अलग वायरस के वेरिएंट आपको बार बार वायरस से संक्रमित कर सकते हैं। बता दें कि डेंगू का कहर अक्सर मॉनसून के दौरान देखने को मिलता है। हालांकि कई बार सर्दियों के समय भी डेंगू अपने पैर पसारता है लेकिन इस बार डेंगू के मामले काफी ज्यादा बढ़ने लगे हैं।
कब डेंगू होता है खतरनाक
डॉक्टर्स की माने तो दो स्थितियों में डेंगू के मामले ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं। पहला की अगर आपका ब्लड प्रेशर कम हो जाए। दूसरा कि अगर आपके खून में प्लेटलेट्स का गिरना। ऐसी स्थिति में ब्लीडिंग का खतरा बढ़ जाता है।
कैसें करें बचाव
डेंगू मच्छरों से फैलने वाली बीमारी और इससे बचाव करना बहुत आवश्यक है। डेंगू से बचने के लिए मच्छरों के काटने से बचना जरूरी है। ऐसे में आप अपने पूरे शरीर को ढक कर रह सकते हैं। फुल बाजू के कपड़े व जूते पहन कर बाहर निकले। वहीं घर के आस पास या कूलर में पानी ज्यादा देर तक जमा न होने दें, समय-समय पर उनकी सफाई करते रहें क्योंकि गंदे पानी में डेंगू के मच्छर पलते हैं। साथ ही मच्छरदानी का इस्तेमाल भी किया जाना चाहिए।

डेंगू बुखार, डेंगू वायरस के कारण

लक्षण

तेज बुखार, तेज सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, मितली, उल्टी, लिम्फ नोड्स में सूजन और दाने

ऊष्मायन अवधि
 
3 से लेकर 14 दिन तक, आमतौर 4 – 7 दिन

डेंगू के वायरस

  • 4 अलग-अलग सीरोटाइप को शामिल करता है।
  • पहले संक्रमण के लक्षण आम तौर पर हल्के होते हैं, लेकिन बाद के संक्रमणों के साथ अन्य संक्रमणों के परिणामस्वरूप गंभीर डेंगू (‘डेंगू रक्तस्रावी बुखार’ के रूप में भी जाना जाता है) होने की संभावना अधिक होती है।
  • हालांकि ठीक होने के बाद भी, गंभीर डेंगू होने का खतरा रहता है।
  • उचित उपचार के बिना, गंभीर डेंगू की मृत्यु दर 20% से अधिक हो सकती है।

निवारण

  • खड़े पानी को हटा दें
  • मच्छर के काटने से बचें

यात्रा के बाद अस्वस्थ महसूस करने वाले किसी भी व्यक्ति को जल्द से जल्द चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए और अपने डॉक्टरों को यात्रा विवरण प्रदान करना चाहिए।