देहरादून: देहरादून के इंद्रानगर (वसंत विहार) की रहने वाली निहारिका तोमर ने अखिल भारतीय सिविल सर्विसेज परीक्षा में 121वीं रैंक हासिल कर अपना, परिवार, स्कूल और प्रदेश का मान बढ़ाया है। निहारिका ने यह सफलता चौथे प्रयास में हासिल की है। निहारिका मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल जिले के द्वारीखाल के ग्राम जवाड़ की रहने वाली हैं। निहारिका ने बताया कि वह बचपन से परिवार के साथ दून में पली-बढ़ी हैं। उनके पिता केवी ओएनजीसी में शिक्षक हैं। मां रिंकी तोमर गृहिणि हैं। निहारिका ने वैकल्पिक विषय पॉलिटिकल साइंस एंड इंटरनेशनल रिलेशन के लिए तीन महीने दिल्ली में कोचिंग ली। इसके अलावा उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली। निहारिका दो बहनों में छोटी हैं। निहारिका का कहना है कि उनके मम्मी-पापा ने हमेशा दोनों बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उनकी धारणा है कि बेटियां भी बेटों की तरह होती हैं। वह भी कोई भी मुकाम हासिल कर सकती हैं। निहारिका ने सातवीं कक्षा तक गौतम इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाई की। आठवीं से 12वीं तक केवि ओएनजीसी में पढ़ाई की। उसके बाद पंतनगर विश्वविद्यालय से बीटेक किया। तीसरे प्रयास में वह इंटरव्यू से बाहर हो गई। फिर भी निहारिका ने हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में 121वीं रैंक हासिल की। निहारिका कहती हैं कि उनके मन में हमेशा से यह था कि समाज के लिए कुछ खास करना है। इसलिए वह सिविल सर्विस में जाना चाहती थीं। उनकी पहली च्वाइस आईएएस और दूसरी आईपीएस बनने की है। निहारिका कहती हैं कि कोई भी काम असंभव नहीं होता, बल्कि इसके लिए दृढ़ इच्छा शक्ति की जरूरत होती है।